छत्तीसगढ़ के आदिवासी क्षेत्र अपने सुंदरता के कारण बहुचर्चित हैं, इन क्षेत्रों के आदिवासी हज़ारों सालों से निवास करते आ रहे हैं। साथ-ही-साथ जल, जंगल, ज़मीन से इनका लगाव सदियों से है और इनको संरक्षण और संवर्धन भी वे ही करते आ रहे हैं।
गोंडवाना लैण्ड के छोटे से भु भाग पर प्रकृती की गोद में बसा छोटा सा नार्र(गांव) हीराबतर है जो कि छत्तीसगढ़ में जिला गरियाबंद के छुरा ब्लाक अंर्तगत आता है। इस बार यह छोटा सा गाँव चर्चा में है क्योंकि कुछ दिन पहले ही यहाँ पर असम राज्य के निर्दलीय आदिवासी संसाद का आगमन हुआ। वे यहाँ के एक बैठक में विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए। यहाँ के ग्रामीण जनों व क्षेत्र के लोगों द्वारा बहुत ही हर्षोल्लास के साथ गुदुम बाजा व कर्मा नृत्य गीत गाते हुए हार्दिक स्वागत किया गया। इसके बाद गांव के देव गुड़ी में सेवा गोगो किया गया।
मंच में आसन देकर विशेष बैठक एवं सम्मान समारोह दिनांक 14 सितंबर दिन बुधवार स्थान-हीराबतर, ग्राम पंचायत भरुवामुडा में आयोजित हुआ। मातृ-पितृ शक्ति व युवा-युवती शक्ति द्वारा विशेष आमंत्रित अतिथि कोकराझार के सांसद सम्मानीय तिरुमाल रबा सरनीया (हीराभाई) जी का पुष्प गुच्छ व पीला चांवल का टीका लगाकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से तिरुमाल प्रताप सिंह ठाकुर जी, सरपंच ग्राम पंचायत भरुवामुडा व इस अवसर पर
एकता परिषद के राष्ट्रीय महासचिव रमेश शर्मा जी और प्रयोग आश्रम से सीताराम सोनवानी जी भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम के दौरान सांसद महोदय ने अपनी बात में आदिवासी समुदाय के लोगों को संगठित होकर आगे बढ़ने के लिए युवाओं को शिक्षा, रोजगार, आर्थिक, राजनैतिक क्षेत्रों में आगे आने की बात कही जिससे समाज का चहुंमुखी विकास हो सके। कार्यक्रम के दौरान ही गांव के लोगों ने विभिन्न समस्याओं पर बात रखें जिसमें मुख्य रुप से कृषि कार्य के लिए "सिकासेर जलाशय से क्षेत्र के किसानों की सिंचाई सुविधा हेतु दिल्ली के संसद में मुद्दे उठाने का क्षेत्र वासियों को आश्ववासन दिया।"
कार्यक्रम में आये समाज सेवी व विशेष पिछड़ी जनजाति के युवा कारिगार विजय कुमार कमार ने बांस से बनाया हुआ पुष्प गुच्छ भेंट की और श्री संसाद महोदय जी ने विजय कुमार कमार के हुनर को देखकर उसका सम्मान भी किया। सांसद महोदय जी ने विजय कुमार कमार को दिल्ली आने का न्योता दिया। इसके बाद इफफो-टोकियो समन्वित ग्रामिण विकास परियोजना गरियाबंद छ.ग. के अन्तर्गत परियोजना से 450 परिवारों को सोलर लाईट (लालटेन) वितरण किया और पेय जल फ़िल्टर युक्त पानी टंकी का शुभारंभ किया गया। इससे कुछ वर्षों पहले गांव में लाईट के कमी कारण अंधेरो का समाना करना पड़ता था, चौक चौराहों में लाईट नही हुआ करता था। जिससे गांव के लोगों को अनेक समस्याओं का समाना करना पड़ता था।
संसाद महोदय जी ने ग्रामीण जनों से बातें करते हुए प्रसन्नता पूर्वक बातें की, गांव के लोगों के साथ फोटो भी खिंचवाए व कर्मा नृत्य दल को पुरस्कृत भी किए। साथ ही साथ छत्तीसगढ़ में होने वाले आदिवासी त्योहार में हमारे छुरा ब्लाक कर्मा नृत्य दल के द्वारा चिल्हीडार महापुजा एंव बेटा जौतिया महाव्रत कार्यक्रम के लिए उन्हें आमंत्रित किया गया।
आदिवासी बहुल क्षेत्र में आकर असम राज्य के संसाद महोदय जी ने ग्रामीण जनों को व क्षेत्रवासियों को गौरविन्त किया है। अवगत हो कि संसाद महोदय आदिवासी समुदाय से हैं और वह आदिवासियों की समस्याओं से भली भांति परिचित हैं।
नोट: यह लेख Adivasi Awaaz प्रोजेक्ट के अंतर्गत लिखा गया है, जिसमें ‘प्रयोग समाजसेवी संस्था’ और ‘Misereor’ का सहयोग है।
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