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#AdivasiAwaaz is a project by Adivasi Lives Matter (ALM) and Prayog, CG to help the Adivasi (Indigenous) youth of India assert their identities through digital stories to preserve, promote and amplify Adivasi identity.
Deepak Kumar Sori
Nov 21, 20233 min read
रासायनिक उर्वरक खादों के दाम बढ़ने से आदिवासी किसान परेशान !
Read about why Tribal farmers are upset due to the increase in prices of chemical fertilizers.
Saumia Shalini Bilung
Sep 5, 202310 min read
FOREST (CONSERVATION) ACT: INDIA
A comprehensive and detailed look into the Forest Conservation Act, from its history to its recent amendment.
Shubham Pendro
May 29, 20234 min read
बदलते हुए मौसम की वजह से आदिवासियों के जीवन पर पड़ रहा व्यापक असर
बेमौसम बारिश होने के वजह से वनांचल क्षेत्र के लोग महुआ फूल इकठा नहीं कर पा रहे हैं और सभी लोग परेशान नजर आ रहे हैं।
Jagmohan Binjhwar
Feb 15, 20233 min read
जानिये कैसे भिनसरो बाई अपने हुनर से, पेट के रोगों को पहचान कर, उपचार करती हैं।
बचपन से ही, इन्हें दुसरों की मदद करना पसंद था। इनकी शादी अपने गांव में ही हुई। इनके पति हरिचरण भी अनेकों औषधि के ज्ञाता थे।
Sadharan Binjhwar
Feb 14, 20233 min read
एक परजीवी पौधा जो हड्डी जोड़ने का अचूक जड़ी-बूटी है।
बंधा कई प्रकार के होते हैं। गाँवों में अधिकतर तीन प्रकार के बंधा पाये जाते हैं। और तीनों के तीनों परजीवी प्रजाति के हैं।
Sadharan Binjhwar
Feb 12, 20232 min read
आईए जानें बाँस से बनाए जाने वाले सब्जी, "करिल" के बारे में।
इसे छोटे हिस्सों में काटने के बाद उबाला जाता है। उबालने के बाद, इसे पत्थर से कूंचा जाता है या फिर कूंचकर उबाला जाता है।
Kavi Priya
Feb 10, 20232 min read
Bassia Longifolia (Ilupai): How Oraons of Chhotanagpur use it to their benefit
India is considered a treasure trove of medicinal and aromatic plants that have been used since ancient times. This Ilupai is also known...
Ishwar Kanwar
Feb 9, 20233 min read
आइए जानें, कीटनाशक दवाई अपने हाथों से कैसे बनायें?
इस औषधि को बनाने में किसी भी प्रकार का पैसा नहीं लगता, आप अपने आस-पास के क्षेत्र में इन सभी चीज़ों का जुगाड़ कर, आसानी से बना सकते हैं।
Sadharan Binjhwar
Feb 6, 20233 min read
क्या है कोसम का महत्व और इसका उपयोग
पंकज बांकिरा द्वारा सम्पादित जंगलों में पाए जाने वाला कोसम पेड़, हमारे लिए कई मायनों में उपयोगी साबित होता है। पूर्व काल में इसका बहुत...
Ravi Kr. Binjhwar
Jan 20, 20233 min read
जानिए 'कच्छेर भोंगा' साग को किस प्रकार बनाते हैं छत्तीसगढ़ के आदिवासी
यह पौधा कोचाई पौधे के समान दिखाई देती है लेकिन इस कच्छेर के पौधे में कोई कंद नहीं मिलता है, जैसा कि कोचाई के पौधे में होता है।
S.Ramarajan
Aug 12, 20225 min read
Why The Paliyar Tribe Still Indulges In Extracting And Collecting Honey?
The Paliyars have historically survived on honey and other forest produce, before being introduced to modern food items.
Motilal Hansda
Jul 27, 20223 min read
How Has The Nutritious Food Of Indigenous Society Changed Over Time?
The people of the villages are also less educated and less knowledgeable about indigenous food nutrition
Ajay Kanwar
Jul 9, 20223 min read
पक्के घरों के बनाने के बाद भी आदिवासी अपने मिट्टी के घरों की महत्वता को भूलें नहीं हैं
जंगलों से मिलने वाली छिंद के झाड़ को काट कर लोग अपने घरों में छत के ऊपर डाल कर रख देते है जिससे घर को ठंडा रखा जा सके।
Ajay Kanwar
Jun 2, 20223 min read
जानिए बढ़ते तापमान के वजह से कैसे आदिवासियों की कृषि प्रभावित होने वाली है?
आदिवासीयों का जीवन पूरी तरह से प्रकृति के साथ जुड़ा हुआ है, प्रकृति में यदि थोड़ा भी बदलाव हो तो उसका असर आदिवासियों के जीवन पर पड़ता है।...
Ajay Kanwar
May 10, 20223 min read
भीषण गर्मी में शरीर को ठंडक पहुचाने के लिए आदिवासी करते हैं ताड़ी का उपयोग
शरीर को ठंडा रखने के लिए आदिवासी भी पेड़ से प्राप्त एक पेय पदार्थ का इस्तेमाल करते हैं जिसे ताड़ी कहा जाता है। इस रस को खजूर के पेड़ से...
Santoshi Pando
Apr 29, 20222 min read
जानिए गर्मियों में किन फलों पर आश्रित रहते हैं छत्तीसगढ़ के आदिवासी?
जंगली फल पोषक तत्वों से भरपूर होने के साथ सेहत के लिए काफ़ी फायदेमंद होते हैं, गर्मियों के दिनों में सबसे अधिक वनोत्पाद निकलते हैं।
Anchal Kumari
Apr 18, 20222 min read
जानिए औषिधीय गुणों से भरपूर छत्तीसगढ़ के करहनी धान के बारे
करहनी धान के चावल का उपयोग लकवा (पक्षाघात) से प्रभावित रोगियों के इलाज में होता है।
Jagmohan Binjhwar
Apr 8, 20223 min read
जानिए धवई फूल के बारे, जो बन रहा है आदिवासी महिलाओं के आमदनी का एक बड़ा स्रोत
इसका वैज्ञानिक नाम वुडफोर्डिया फ्रूटीकोसा है, इसके फूल को तिल के तेल के साथ मिलाकर बनाया गया लेप जलने और छिलने पर लगाया जाता है।
Rakesh Nagdeo
Apr 6, 20222 min read
जानिए कैसे अपना संघर्षपूर्ण जीवन जीतीं हैं ग्रामीण आदिवासी महिलाएं?
पुरुषों से ज्यादा संघर्ष कर के अपने जिम्मेदारियों का सही से निर्वाहन करने के बाउजूद महिलाओं को कम सम्मान मिलता है ।
Ratna Agariya
Mar 26, 20222 min read
जानिए छत्तीसगढ़ के आदिवासी, मुहँ में हुए छाले किस भाजी से दूर करते हैं?
आदिवासी इसे सुनसुनिया भाजी कहते हैं। इसे कच्चा भी खाया जा सकता है और सुखाकर भी खा सकते हैं। खाने में इसका स्वाद हल्का मीठा होता है।
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