Dinesh KanwarJan 30, 20232 minकैसे मौसम के करवट बदलने से आदिवासियों के कृषि पर पड़ रहा है असर?कोरबा जिले के सभी इलाकों में अचानक मौसम खराब हो गई, दिन भर की सर्द हवाओं ने लोगों को कंपाकर रख दिया। गिरते तापमान और ठंड बढ़ने की संभावना...
Tara SortheyJun 10, 20223 minइस रोटी के बिना गोंड आदिवासियों में विवाह होना संभव नहींचावल आटे से बने हुए चीला रोटी की मांग सभी क्षेत्रों में नहीं है, कोरबा जिला के कुछ क्षेत्रों में ही ऐसा रिवाज है।
Rakesh NagdeoMay 24, 20222 minअपने कविताओं द्वारा समाज में परिवर्तन लाना चाहता है यह युवक गौतम चंद्र प्रजापति अपने गाँव क्षेत्र में कविताओं के माध्यम से अपनी भावनाओं को प्रकट करते रहते हैं।
Manrakhan Singh AgariyaApr 14, 20222 minजानिए बोडानाला गाँव के बारे, जो तीनों ओर से पानी से घिरा हैयह गाँव काला हीरा का खदान कहलाने वाला कोरबा से 60 से 70 किलोमीटर की दूरी पर है। ज्यादातर इस गाँव में बिरहोर समुदाय के आदिवासी ही रहते हैं।
Jagmohan BinjhwarApr 8, 20223 minजानिए धवई फूल के बारे, जो बन रहा है आदिवासी महिलाओं के आमदनी का एक बड़ा स्रोतइसका वैज्ञानिक नाम वुडफोर्डिया फ्रूटीकोसा है, इसके फूल को तिल के तेल के साथ मिलाकर बनाया गया लेप जलने और छिलने पर लगाया जाता है।
Ratna AgariyaMar 26, 20222 minजानिए छत्तीसगढ़ के आदिवासी, मुहँ में हुए छाले किस भाजी से दूर करते हैं?आदिवासी इसे सुनसुनिया भाजी कहते हैं। इसे कच्चा भी खाया जा सकता है और सुखाकर भी खा सकते हैं। खाने में इसका स्वाद हल्का मीठा होता है।