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#AdivasiAwaaz is a project by Adivasi Lives Matter (ALM) and Prayog, CG to help the Adivasi (Indigenous) youth of India assert their identities through digital stories to preserve, promote and amplify Adivasi identity.
Ishwar Kanwar
Apr 3, 20233 min read
जानिए आदिवासियों का घरेलू नुस्खा जो करे डेंगू, मलेरिया एवं टाइफाइड का खात्मा
मनोज कुजूर द्वारा संपादित आजकल प्रायः गांव घरों में टाइफाइड, मलेरिया एवं डेंगू जैसी बीमारियां आम हो गई है। इसका प्रमुख कारण मच्छर है।...
Ajay Kanwar
Feb 10, 20233 min read
हसदेव नदी के किनारे बसे, झोरा गांव के लोगों से, जानें इस नदी की अहमियत के बारे में।
अगर हम बात करें, हसदेव नदी की तो, यह भी एक बहुउद्देश्यीय परियोजना है, जो छत्तीसगढ़ के लोगों को, कई तरह से लाभ दिलाती है।
Ajay Kanwar
Feb 5, 20233 min read
किसान करते हैं नांगर की पूजा और बच्चे लेते हैं गेंड़ी का मजा। आइये, जानें हरेली त्यौहार के बारे में
हरेली में खेतों में काम करने पर कई गांवों में आर्थिक दंड लेने की परम्परा है। इस नियम को मानना या ना मानना गांव-गांव के ऊपर होता है।
Rameshwari Dugga
Feb 2, 20233 min read
जानिए क्यों है 'पखांजूर' छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा मेला?
लोग यहां अपने मनपसंद वस्तुओं की खरीद बड़े शौक से करते हैं, जो प्राय: बाजारों में नहीं मिल पाते, वे वस्तुएं एक स्थान पर सुलभ उपलब्ध होते हैं।
Dinesh Kanwar
Jan 30, 20232 min read
कैसे मौसम के करवट बदलने से आदिवासियों के कृषि पर पड़ रहा है असर?
कोरबा जिले के सभी इलाकों में अचानक मौसम खराब हो गई, दिन भर की सर्द हवाओं ने लोगों को कंपाकर रख दिया। गिरते तापमान और ठंड बढ़ने की संभावना...
Manohar Ekka
Jan 18, 20235 min read
क्या हसदेव जंगल के कटने से आदिवासियों का आस्तित्व खतरे में है?
जंगलों को उजड़ता देख हसदेव अरण्य क्षेत्र में आदिवासियों का विरोध एवं विरोध का समर्थन शीर्ष पर है
Nitesh Kr. Mahto
Jan 7, 20233 min read
हिडमे मरकाम को किया गया रिहा, पुलिस नहीं कर पाई आरोपों को साबित
पुलिस द्वारा एक लाख का ईनामी नक्सली बताया गया और नक्सली गतिविधियों में शामिल होने तथा हिंसा और हत्या करने जैसे पांच FIR उन पर दर्ज किए गए थे
Shubham Pendro
Jan 6, 20233 min read
हाथियों के दहशत से आदिवासी ग्रामीण होते हैं हर वर्ष परेशान
अब कहीं पर घने जंगल दिखाई नहीं देते हैं, सभी तरह के जंगलों को इस तरह उजाड़ा गया है कि जंगलों के भी जानवर अब गांव की तरफ बढ़ने लगे हैं
Parmeshwari Pulast
Dec 26, 20222 min read
आदिवासी कैसे करते हैं आम के छाल से इस रोग का निवारण?
आम की छाल को पाउडर बनाकर इसके पेस्ट को फोड़े फुंसियों पर लगाते हैं और कुछ ही दिन में फुंसियां गायब हो जाती हैं।
Sadharan Binjhwar
Dec 12, 20223 min read
जानिए टूटी हड्डियों को जोड़ने वाले इस पौधे के बारे
हम आदिवासीयों का ज्ञान अपने पूर्वजों की देन है, जीवन जीने से संबंधित अनेकों ज्ञान वे हमें देकर गए हैं। संपूर्ण प्रकृति के साथ समन्वय कैसे...
Chaman Netam
Nov 28, 20222 min read
जानिए एक ऐसे फल के बारे में जो मनुष्य और जानवर दोनों के लिए लाभदायक है
ठेलका के फल एक जंगली फल है जिसमें बहुत सारे औषधीय गुण हैं। यह पाचन शक्ति को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं।
Feminism in India
Sep 17, 20224 min read
Chhattisgarh’s Tribal Villages Are Still Isolating Menstruating Women
Social workers have been trying hard to stop period taboo among the Gonds in Mohla-Manpur-Chowki district, but the way to progress is strewn
Shivram Binjhwar
Aug 1, 20224 min read
जीवन की समस्याओं से हैं परेशान? जानें इस आदिवासी व्यक्ति से जीने के गुर
वे अपनी तर्कशक्ति से पेड़-पौधों को पहचान लेते हैं। वे अपनी आसपास की झाड़ियों में चले जाते हैं और साल वृक्ष से अपने लिए दातुन भी तोड़ लेते हैं।
Jyoti
Jul 29, 20224 min read
जानिए आदिवासियों ने इस पर्व के साथ खेत, किसानों और प्रकृति के प्रति कैसे जताया आभार?
इस त्यौहार का मुख्य पकवान आदिवासियों का सुप्रसिद्ध चीला रोटी होता है जिसको भोग के स्वरूप कृषि उपकरणों में चढ़ाया जाता है।
Ajay Kanwar
Jul 24, 20223 min read
अगली बार छत्तीसगढ़ आएं तो चावल से बनी इस आदिवासी नमकीन को खाना न भूलें!
पहले भात से बनने वाली मुरकु ज्यादा बनाते थे लेकिन अब तो उसको बनाने के लिए बर्तन आ गए हैं जिससे मुरकु बहुत अच्छा बनता है।
Ajay Kanwar
Jul 9, 20223 min read
पक्के घरों के बनाने के बाद भी आदिवासी अपने मिट्टी के घरों की महत्वता को भूलें नहीं हैं
जंगलों से मिलने वाली छिंद के झाड़ को काट कर लोग अपने घरों में छत के ऊपर डाल कर रख देते है जिससे घर को ठंडा रखा जा सके।
Tara Sorthey
Jul 4, 20223 min read
हाथियों के झुंड के आने से तेंदू पत्ता के संग्रहण में आई कमी
हाथियों के झुंड आने से तेंदूपत्ता का संग्रहण करने में काफी दिक्कत हुई, लोग जंगलों के आसपास भी नहीं जा रहे हैं।
Tara Sorthey
Jul 2, 20224 min read
रिकॉर्ड तोड़ गर्मी से आदिवासी किसान और मज़दूर हुए परेशान
इस साल के गर्मी ने 7 साल के रिकॉर्ड को थोड़ा है, पिछले 7 सालों में इतनी भीषण गर्मी नहीं पड़ी जितनी गर्मी इस साल महसूस किया जा रहा है।
Ajay Kanwar
Jun 27, 20223 min read
आषाढ़ की पहली बारिश से लोगों को मिली थोड़ी राहत, गर्मी से थे परेशान
यहाँ के लोग शुरुआत की बारिश में बहुत मछली पकड़ते हैं इसलिए आषाढ़ के पहले से ही अपने-अपने जाल तैयार करने लगते हैं।
Jyoti
Jun 14, 20222 min read
बस्तर का वो कुजिन, विदेशी सैलानी भी हैं जिसके दीवाने।
बढ़ती मांग के चलते बस्तर के हजारों ग्रामीणों के लिए चापड़ा चटनी रोजगार का स्थायी माध्यम बन चुकी है।
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