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#AdivasiAwaaz is a project by Adivasi Lives Matter (ALM) and Prayog, CG to help the Adivasi (Indigenous) youth of India assert their identities through digital stories to preserve, promote and amplify Adivasi identity.
कोल विद्रोह की उपज है कोल्हान का विल्किंसन रूल
अंग्रेज़ों के विरुद्ध उलगुलान कर कोल्हान के आदिवासियों ने अपनी स्वशासन व पुश्तैनी जमीनों का संरक्षण देश के आजादी के पूर्व ही सुनिश्चित किया।
Pankaj Bankira
May 30, 20235 min read


वर्तमान में कैसे बदल रहा है, 'छेरछेरा पर्व' मनाने का तरीका
यह पूरे छत्तीसगढ़ में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। छेरछेरा त्यौहार को, "नए फसल के काटने" की खुशी में मनाया जाता है।

Himanchal Singh
Mar 17, 20234 min read


आदिवासियों द्वारा किस तरह की जाती है, लाख की खेती
लाख का प्रयोग, भारतीय युगों से करते आ रहे हैं। महाकाव्य महाभारत में प्रसिद्ध 'लाक्षगृह' के विस्तार का उल्लेख है।

Ajay Kanwar
Mar 14, 20234 min read


आइए जानें पपीता के बड़ी कैसे बनते हैं
गोंडी भाषा में, कूटे हुए आटे को पीठी बोलते हैं। और उसी, उरदी दाल की बनाई हुई पिट्ठी को, मेवे की करी में मिलाया जाता है।

Parmeshwari Pulast
Mar 13, 20232 min read


जानिए गोंड आदिवासियों में, क्यों सुपा बजाकर नृत्य करते हैं
गोंड आदिवासियों में बच्चों के जन्म लेने पर, ख़ुशी के साथ धूमधाम से त्यौहार मानाने का रिवाज है। और जब मनुष्य की मृत्यु हो जाती है, तब भी।

Rameshwari Dugga
Mar 10, 20232 min read


क्यों जरुरी है ग्रामीणों के लिए रोजगार गारंटी
क्योंकि, बांध निर्माण हो जाने के बाद यहां पानी का बहाव रुक जाएगा और पानी का व्यवस्था हो जाने पर डबल फसल उगाई जा सकेंगी।

Parmeshwari Pulast
Mar 9, 20233 min read


कौन है छत्तीसगढ़ की आधुनिक युग की सावित्री बाई फुले, नीलिमा श्याम
मुझे पढ़ने का बहुत मन था, पर घर में हमें पढ़ा-लिखा नहीं सकते, कह कर मना कर दिया गया।निलीमा के कार्य अक्सर अखबार में प्रकाशित होते रहते हैं।

Chaman Netam
Mar 8, 20237 min read


आइए जानें केला से मिलने वाले लाभ एवं उसके गुण के बारे में
हमारे आदिवासी गोंड जनजाति के लोग, केले के पत्ते को, बहुत ही अच्छा एवं शुद्ध मानते हैं। केले का पत्ता बहुत ही बड़ा होता है।

Jetho Singh Andil
Mar 6, 20233 min read


मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से, गांव के आदिवासियों के चेहरे में आई खुशी
गांव के लोगों की समस्याओं को जानने के लिए मुख्यमंत्री जी, सभी प्रदेशवासियों से मुलाकात कर रहे हैं, साथ ही समस्याओं का समाधान भी कर रहे हैं।

Shubham Pendro
Mar 3, 20234 min read


जानें कहाँ मिलती है मवेशियों को आराम करने के लिए साप्ताहिक छुट्टी
सन् 1843 में, अंग्रेज गवर्नर के एक आदेश पारित करने पर, रविवार के दिन छुट्टी की सबसे पहली शुरुआत, एक स्कूल से की गई थी।

Manohar Ekka
Mar 2, 20234 min read


गांव के किसान सेमी की खेती कैसे करते हैं
सेमी की सब्जी के सेवन से गला, पेट-दर्द और सूजन आदि में राहत मिलता है और सर्दियों के मौसम में सेमी का फल निकलना स्टार्ट होता है।

Veer Meravi
Mar 1, 20233 min read


आइए हम आपको आदिवासी क्षेत्रों में मनाए जाने वाले बेलकट पर्व के बारे में अवगत कराते हैं
हम इस आर्टिकल के माध्यम से यह जानने का प्रयास करेंगे कि किस तरह से मनुष्य का जीवन पेड़-पौधों, जंगलों व फसलो से जुड़ा हुआ है।

Shubham Pendro
Feb 28, 20234 min read


जानिए कुम्हारों का जीवन स्तर कैसे चल रहा है?
अपने पूर्वजों की भाँति स्वस्थ्य जीवन-यापन करना चाहते हैं तो, मिट्टी के बने बर्तनों का उपयोग भोजन बनाने के लिए करें।

Veer Meravi
Feb 27, 20234 min read


आखिर क्यों किया आदिवासियों ने कलेक्ट्रेट का घेराव?
रैली में शामिल हुए हजारों लोग, 100 से भी अधिक टैक्टरों व पिकअप वाहनों से आये हुए थे। जिससे नेशनल हाईवे जाम हो गया था।

Chaman Netam
Feb 24, 20233 min read


आइए जानें आदिवासी कंवर समाज में देह-संस्करण कैसे होता है?
आज हम जानेंगे कि आदिवासी कंवर समाज में जब किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है, तब कैसे रीति-रिवाज के साथ पूरे प्रक्रिया को संपन्न किया जाता है।

Himanchal Singh
Feb 23, 20234 min read


एक महिला सरपंच जिसने बदल डाली अपनी जाति की किस्मत
सोनमत बाई नट कबीरधाम जिला के ग्राम नाऊडीह की रहने वाली हैं। जो ग्राम-पंचायत ‘जरती’ में, वर्तमान में सरपंच पद में अपना योगदान दे रही हैं।

Veer Meravi
Feb 22, 20233 min read


ठंड में सेमि सब्जी के साथ-साथ इन सब्जियों की मांग भी खूब रहती है, जिसकी आदिवासी करते हैं खेती
इन सब्जियों को पहले के आदिवासी लोग, कुछ अन्य तरीकों से भी सब्जियां बनाते थे। जो अब लगभग बहुत कम लोग ही इस्तेमाल करते हैं।

Ajay Kanwar
Feb 21, 20233 min read


आइए जानें एक सप्ताह लगातार बारिश से आदिवासीयों का कैसे हुआ भारी नुकसान
आज हम ग्राम-पंचायत बांझीबन के आश्रित ग्राम सिरकीकला गये थे। और वहां के आदिवासी, महेश्वर कंवर, घुरसिंह और दिलीप सिंह से मिलना हुआ।

Ishwar Kanwar
Feb 20, 20233 min read


जीवन के इस सफर में कैसे ALM आत्मनिर्भर बनने में सहायक बना?
आदिवासी लाइव्स मेटर में प्रशीक्षण लेने के बाद ही मैंनें अपने पूर्वजों व उनकी संस्कृति को जानने की पूरी कोशिश किया।

Sadharan Binjhwar
Feb 16, 20234 min read


जानिये कैसे भिनसरो बाई अपने हुनर से, पेट के रोगों को पहचान कर, उपचार करती हैं।
बचपन से ही, इन्हें दुसरों की मदद करना पसंद था। इनकी शादी अपने गांव में ही हुई। इनके पति हरिचरण भी अनेकों औषधि के ज्ञाता थे।
Jagmohan Binjhwar
Feb 15, 20233 min read


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